J&K: आतंकी हमलों का खतरा बरकरार
श्रीनगर जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन और प्रदेश में आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के बाद से सूबे की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। शनिवार को प्रदेश के योजना विभाग के प्रधान सचिव ने घाटी के ताजा हालात के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है लेकिन सीमापार से आतंकवाद का खतरा बना हुआ है। सचिव ने कहा कि कश्मीर और जम्मू के कई जिलों से दिन के समय में प्रतिबंध हटा लिया गया है और हजारों की संख्या में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय भी खुले हैं। हाई अलर्ट पर सुरक्षाबल जम्मू-कश्मीर योजना आयोग के प्रधान सचिव के मुताबिक, प्रदेश में 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के विरोध में होने वाले प्रदर्शनों की संख्या में भी कमी आई है लेकिन सीमापार से आतंकवाद का खतरा अभी बना हुआ है। कंसल ने बताया कि इस मद्देनजर सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रदेश के कई हिस्सों में निषेधाज्ञा के मसले पर बोलते हुए कंसल ने बताया कि कश्मीर घाटी के 69 थाना इलाकों से दिन के समय में प्रतिबंध हटा लिया गया है। प्रतिबंध हटा, खुले स्कूल कंसल ने कहा कि जम्मू संभाग में 81 थाना इलाकों में दिन के समय में कोई प्रतिबंध नहीं है। उन्होंने बताया कि 17 अगस्त के बाद से प्रदेश में चरमपंथी घटनाओं की संख्या में भी कमी आई है और राज्य की स्थिति सामान्य होने की दिशा में बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तकरीबन एक हजार मिडिल स्कूल और 1500 प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो गई है। हालांकि, स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति अभी बहुत कम है। बीडीसी चुनाव की तैयारी प्रदेश में सिस्टम को संचालित करने की दिशा में भी प्रशासन ने अहम फैसले लिए हैं। कंसल ने बताया कि राज्य में खंड विकास परिषद (बीडीसी) के चुनावों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। इस मद्देनजर जानकारी देते हुए जम्मू-कश्मीर ग्रामीण विकास विभाग की सचिव ने बताया कि प्रदेश के 316 ब्लॉक विकास परिषदों के लिए चुनाव कराया जाएगा। इसके लिए तैयारी जोरों पर है। उन्होंने सितंबर के अंत तक तैयारियों के पूरा हो जाने की संभावना जताई।
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J&K: आतंकी हमलों का खतरा बरकरार
Reviewed by Fast True News
on
August 24, 2019
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