भारत और पाक में नहीं टूटा 28 साल पुराना दस्तूर
नई दिल्ली में पिछले साल से जारी तल्खी नए साल में भी जारी रही। पीएम नरेंद्र मोदी ने साल के पहले दिन पड़ोसी देशों के प्रमुखों से बात कर उन्हें शुभकामनाएं दीं पर उन्होंने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से बात नहीं की। कूटनीतिक हलको में इसे पाकिस्तान के प्रति भारत के कड़े रुख के तौर पर देका जा रहा है। हालांकि इन सबके बीच दोनों देशों के बीच पिछले करीब 28 साल से जारी एक परंपरा इस साल भी जारी रही। 28 साल जारी परंपरा रही जारी दरअसल, भारत और पाकिस्तान 1 जनवरी 1992 से लगातार हर वर्ष के पहले दिन कूटनीतिक माध्यमों से अपने जेलों में बंद और परमाणु प्रतिष्ठानों के बारे में जानकारी देता रहा है। जो इस साल भी जारी रहा। दोनों देशों ने पिछले कुछ समय से जारी तल्खी के बीच भी अपने-अपने परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची एक दूसरे को सौंपी। इस साल भी दोनों देशों ने कैदियों की लिस्ट एक-दूसरे को सौंपी विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत ने अपनी हिरासत में मौजूद 267 पाकिस्तानी असैन्य कैदियों और 99 मछुआरों की सूचियां पाकिस्तान को सौंपी। वहीं, पाकिस्तान ने अपनी जेलों में कैद 282 भारतीय कैदियों की एक सूची भारतीय उच्चायोग को सौंपी, जिनमें 55 असैन्य नागरिक और 227 मछुआरे शामिल हैं। इन सूचियों को 2008 के एक समझौते के प्रावधानों के तहत आदान-प्रदान किया गया। इसके तहत हर साल एक जनवरी और एक जुलाई को कैदियों की इस तरह की सूची का आदान-प्रदान किया जाता है। भारत सरकार ने भारतीय असैन्य कैदियों, लापता भारतीय रक्षा कर्मियों और मछुआरों की शीघ्र रिहाई और उन्हें स्वदेश भेजने की अपील की है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस परिप्रेक्ष्य में पाकिस्तान से चार भारतीय असैन्य कैदियों और 126 भारतीय मछुआरों की रिहाई में तेजी लाने तथा उन्हें स्वदेश भेजने को कहा गया है, जिनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि हो चुकी है एवं इस बात से पाकिस्तान को अवगत करा दिया गया है। भारत की पाकिस्तान से अपील इसके अलावा भारतीय असैन्य कैदी समझे जा रहे 14 लोगों को और पाकिस्तान की हिरासत में मौजूद 100 भारतीय मछुआरों को फौरन राजनयिक पहुंच मुहैया करने को पाक को कहा है। भारत सरकार ने पाकिस्तान से मेडिकल विशेषज्ञ टीम के सदस्यों के वीजा प्रदान करने में तेजी लाने और भारतीय समझे जा रहे मानसिक रूप से अशक्त कैदियों की मानसिक हालत का आकलन करने के लिए उनकी यात्रा में मदद करने को कहा है। भारत ने पाकिस्तान से संयुक्त न्यायिक समिति की वहां की शीघ्र यात्रा आयोजित करने और मछली पकड़ने वाली 22 भारतीय नौकाओं को छोड़ने एवं उनकी वापसी के सिलसिले में चार सदस्यीय एक टीम की कराची की शीघ्र यात्रा आयोजित कराने को भी कहा है। भारत ने पाकिस्तान से 82 पाकिस्तानी कैदियों की राष्ट्रीयता की पुष्टि के लिए उसकी ओर से कार्रवाई में तेजी लाने को भी कहा है। (भाषा के इनपुट के साथ)
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भारत और पाक में नहीं टूटा 28 साल पुराना दस्तूर
Reviewed by Fast True News
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January 01, 2020
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