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निकिता जैकब ने कबूला- जूम मीटिंग में मेरे साथ कई लोग थे, दिल्‍ली पुलिस ने कसा शिकंजा

नई दिल्‍ली टूलकिट मामले में दिल्‍ली पुलिस ने जांच तेज कर दी है। हमारे सहयोगी चैनल टाइम्‍स नाउ के अनुसार, इसके कनाडाई लिंक की जांच हो रही है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस कई किसान नेताओं की भूमिका भी जांच रही है। दूसरी तरफ, निकिता जैकब ने मान लिया है कि गणतंत्र दिवस से पहले एक 'जूम' मीटिंग हुई थी जिसमें पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (PJF) का संस्‍थापक मो धालीवाल भी शामिल था। दिल्‍ली पुलिस ने 'जूम' से 11 जनवरी को हुई उस मीटिंग में कौन-कौन शामिल हुआ था, इसकी डीटेल्‍स मांगी हैं। पुलिस ने सोमवार को दावा किया था कि मीटिंग में धालीवाल, निकिता जैकब, दिशा रवि समेत 70 लोग शामिल थे। ग्रेटा से मैंने कुछ नहीं कहा: निकिता जैकबमुंबई पुलिस को अपने वकील के जरिए सौंपे एक दस्‍तावेज में निकिता ने 'जूम' मीटिंग की बात कबूली। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, निकिता का दावा है कि 'टूलकिट' को Extinction Rebellion (XR) India के वॉलंटियर्स ने तैयार किया था। जैकब ने कहा कि उसने ग्रेटा थनबर्ग से कोई जानकारी साझा नहीं की। निक‍िता ने कहा कि टूलकिट केवल 'सूचना पैक' था और हिंसा भड़काने के लिए नहीं तैयार किया गया था। जैकब ने चार हफ्ते तक गिरफ्तारी से प्रोटेक्‍शन मांगी है। 'जूम' से दिल्‍ली पुलिस ने मांगी डीटेल्‍सदिल्‍ली पुलिस ने 'जूम' को एक चिट्ठी लिखी है। कंपनी से कथित तौर पर खालिस्तान समर्थक एक समूह की ओर से किसानों के प्रदर्शन के समर्थन में ‘टूलकिट’ तैयार करने के लिए 11 जनवरी को हुई ऑनलाइन मीटिंग की डीटेल्‍स मांगी गई है। सोमवार को दिल्ली पुलिस ने दावा किया था कि 11 जनवरी को जूम पर मीटिंग हुई थी जिसमें 70 लोग शामिल हुए थे। पुलिस के मुताबिक, खालिस्तानी संगठन से जुड़े पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन के एमओ धालीवाल ने कनाडा में रह रही पुनीत के माध्यम से निकिता जैकब से संपर्क किया था। यह महिला धालीवाल के संगठन पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन का भी हिस्सा है। ISI कनेक्‍शन भी आया है सामनेसोमवार को स्पेशल सेल साइबर सेल के जॉइंट सीपी प्रेमनाथ ने कहा कि निकिता जैकब के खिलाफ सर्च ऑपरेशन 9 फरवरी को लिया गया और 11 फरवरी को मुंबई में उनके घर जाकर पुलिस ने मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की जांच की गई। पुलिस अगले दिन उनसे पूछताछ करती, लेकिन वह अंडरग्राउंड हो गईं। निकिता जैकेब पेशे से वकील हैं, उन्होंने पुणे से लॉ की डिग्री ली है। पुलिस के मुताबिक, दिशा रवि के पास से मिले डिजिटल सबूतों से पता चला है कि शांतनु ने टूलकिट तैयार कराने में अहम भूमिका निभाई थी। शांतनु पुणे के रहने वाले हैं। इंजीनियर हैं। टूलकिट भेजने वालों की लिस्ट में ‌भजन सिंह और पीटर फ्रेडरिक के नाम भी शामिल थे, इसलिए माना जा रहा है कि इस पूरी साजिश के तार आईएसआई से भी जुड़े हैं। 27 नवंबर से किसान आंदोलन दिल्ली के तीन बॉर्डर पर चल रहा है। गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली हुई, जिसमें बड़ी हिंसा हुई। इसके बाद से सोशल मीडिया पर लगातार फर्जी खबरें फैलाई जाती रहीं। 4 फरवरी को इस टूलकिट के बारे में पता चला, जिसे लेकर इसे बनाने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।


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निकिता जैकब ने कबूला- जूम मीटिंग में मेरे साथ कई लोग थे, दिल्‍ली पुलिस ने कसा शिकंजा निकिता जैकब ने कबूला- जूम मीटिंग में मेरे साथ कई लोग थे, दिल्‍ली पुलिस ने कसा शिकंजा Reviewed by Fast True News on February 16, 2021 Rating: 5

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