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पड़ोसी देशों से चीन को यूं खदेड़ने में जुटा भारत

नई दिल्ली चीन ऑक्टोपस की तरह पड़ोसी देशों को जकड़ने लगा तो भारत ने अपनी भूमिका बदलनी शुरू कर दी। भारत अब पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को और बेहतर करने की दिशा में कई पहल की। इसी क्रम में श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे देशों के साथ समझौता किया गया है। सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय दूसरे पड़ोसी देशों के साथ चल रहे प्रॉजेक्ट और दूसरे समझौतों की समीक्षा भी कर रहा है ताकि इसमें किसी तरह की बाधा को दूर किया जा सके। चीन के मंसूबे पर पानी फेरता भारत दरअसल हाल के समय में उठापठक भरे वैश्विक हालात में चीन पड़ोसी देशों को भारत के खिलाफ भड़काने की जीतोड़ कोशिशें कर रहा है। उसकी मंशा इन देशों में किसी-न-किसी रूप में अपनी दखल बढ़ाने की है। भारत की नई पहल चीन को इन देशों से दूर रखने के कूटनीतिक दांव के रूप में भी देखा जा रहा है। हाल में भारत के पड़ोसी देशों से संबंधों में उतार-चढ़ाव भी रहा है लेकिन विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत का तमाम देशों के साथ सहयोग जिस तेजी से बढ़ा है उससे आने वाले दिनों में रिश्ते और भी मजबूत होते जाएंगे। बांग्लादेश से अहम करार सोमवार को भारत बांग्लादेश को 10 ब्रोड गेज लोकोमोटिव देगा। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के पिछले साल भारत दौरे के समय हुए करार के स्वरूप इसे दिया जाएगा। सोमवार को होने वाले कार्यक्रम में रेल मंत्री पीयुष गोयल और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहेंगे। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, दोनों देशों के बीच रेल कनेक्टिविटी को बढ़ाने की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं और अभी दोनों देशों के बीच चार रेल लिंक काम कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच दो पैंसेजर और एक एक्सप्रेस ट्रेन अभी चलते हैं। हालांकि अभी ये ट्रेन कोरोना महामारी के कारण रद्द है। भारत की ओर से बांग्लादेश को लगभग ढाई अरब डॉलर के 17 रेल प्रॉजेक्ट के लिए फंड सस्ते दर पर मुहैया कराया गया है। इनमें 9 प्रॉजेक्ट का काम पूरा भी हो चुका है। नार्थ-ईस्ट को जोड़ने वाली लाइन भी अगले साल तक चालू हो जाएगी। दरअसल पिछले दिनों चीन ने बांग्लादेश में रेल प्रॉजेक्ट में काम करने में रुचि भी दिखाई थी। पाकिस्तान भी बांग्लादेश को अपने पक्ष में करने की कोशिश करता रहा है लेकिन इनसे दूर बांग्लादेश अब तक भारत के साथ हमेशा दिखा है। श्रीलंका को आर्थिक संकट से निकालने में दिया सहारा भारत ने श्रीलंका के साथ भी अहम वित्तीय समझौता किया है जिससे श्रीलंका को गंभीर आर्थिक संकट से निकालने में मदद मिल सकती है। भारत ने श्रीलंका को 400 मिलियन डॉलर का करेंसी स्वैप करने की सुविधा दी है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने श्रीलंका के सेंट्रल बैंक को नंबवर 2022 तक यह सुविधा उपलब्ध कराई है। दोनों देशों के बीच यह अहम समझौता माना जा रहा है। भारत-श्रीलंका के साथ यह समझौता तब हुआ है जब चीन श्रीलंका पर उससे कर्ज लेने का दबाव बनाता रहा है। सूत्रों के अनुसार, श्रीलंका ने खुद भारत से इस समझौते का आग्रह किया था। इसे सार्क करेंसी स्वैप नेटवर्क के तहत किया गया है। इस समझौते के लिए श्रीलंका के प्रेजिडेंट गोटबाया राजपक्षे ने भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया था। ऐसा श्रीलंका की खराब होती आर्थिक स्थिति के कारण किया गया था। कोरोना के समय संकट में गई श्रीलंका की इकॉनमी के लिए यह बड़ी मदद मानी जा रही है।


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पड़ोसी देशों से चीन को यूं खदेड़ने में जुटा भारत पड़ोसी देशों से चीन को यूं खदेड़ने में जुटा भारत Reviewed by Fast True News on July 26, 2020 Rating: 5

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