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कारगिल में मोदी ने उठा ली थी जवान की बंदूक

लखनऊ/शिमला कारगिल (Kargil War) की लंबी लड़ाई का हर किस्सा (Indian Army) के पराक्रम (Shauryaveer) से लबरेज है। कारगिल की जंग के दौरान नरेंद्र मोदी () भी जवानों से मिलने पहुंचे थे। उस दौरान वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के महामंत्री और हिमाचल प्रदेश के प्रभारी थे। कारगिल यात्रा के उस किस्से को हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री () आज भी जब दोहराते हैं तो उनकी मुस्कान उस पल की गवाही देती है। नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से प्रेम कुमार धूमल ने यह किस्सा साझा किया है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल कहते हैं, '2 जुलाई 1999 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सारे सिक्यॉरिटी थ्रेट्स को नजरंदाज कर सीमा पर गए थे। उन्होंने उन सभी जवानों की पीठ थपथपाई जो देश के लिए लड़ रहे थे। उस दौरान नरेंद्र मोदी शिमला आए हुए थे। वह उस समय हिमाचल प्रदेश के प्रभारी थे। हमने जब अटल जी के बारे में सुना तो चर्चा की और हमने भी योजना बना ली। हम सैनिकों के लिए बहुत सारा सामान लेकर 4 जुलाई को हेलिकॉप्टर से श्रीनगर पहुंचे। 5 जुलाई को हमारा कारगिल जाने का कार्यक्रम था। डॉ. फारूक अब्दुल्ला इस बात से उत्साहित थे कि किसी अन्य राज्य का मुख्यमंत्री लड़ाई के बीच सरहद पर जाने को तैयार हुआ है। जब हम कारगिल पहुंचे तो वहां गोलाबारी हो रही थी।' पढ़ें: 'क्लिंटन ने अटल बिहारी से कही थी यह बात' धूमल बताते हैं, 'हमें कंटेनमेंट मोर्चे पर ले जाया गया। हमने सारा सामान जो लेकर गए थे, वह सैनिकों को हवाले कर दिया। हमारी कोशिश थी कि जो सैनिक सरहद पर लड़ रहे हैं, उनको चीजें मिल जाएं। हमें फारूक साहब ने बताया था कि (तत्कालीन) अमेरिका के राष्ट्रपति बिल क्लिंटन उनका फोन अटल बिहारी वाजपेयी को आया है। उन्होंने कहा है कि नवाज शरीफ तो हमारे पास आ गए, तुम भी हमारे पास आ जाओ। सीजफायर कर दो, फिर कोई रास्ता निकालते हैं। हमने पूछा कि अटल जी ने क्या जवाब दिया तो डॉक्टर साहब ने कहा कि इसका अभी पता नहीं चला।' पढ़ें: तब जवानों ने अटल जिंदाबाद के लगाए नारे पूर्व मुख्यमंत्री कहते हैं, 'मैं जब मोर्चे के अंदर सैनिकों को संबोधित कर रहा था तो एक ऑफिसर बहुत उत्साहित होकर आया कि प्रधानमंत्री (तत्कालीन) ने जवाब दे दिया है। हम सब इस बात को जानने के लिए उत्सुक थे कि जवाब क्या है। उसने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि जबतक एक भी घुसपैठिया कारगिल में है तबतक मैं देश छोड़कर नहीं जाऊंगा। युद्धविराम नहीं होगा। एक-एक को मारेंगे, सारा कारगिल खाली कराएंगे। इतना बोलते ही वहां मौजूद जवानों ने अटल बिहारी वाजपेयी जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए।' पढ़ें: '...और मोदी जी बंदूक के बारे में पूछने लगे' प्रेम कुमार धूमल बताते हैं, 'मैंने उनसे पूछा कि वर्दी में इस तरह से नारे लगाना तो मना है। इस पर उन्होंने कहा कि पहली बार 52 साल के बाद हमें ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो हमारी बात सुनता है। हम एटम बम चाहते थे, इन्होंने देश को परमाणु शक्ति बना दिया। हम चाहते थे कि 1948 की तरीके सीजफायर की गलती न हो, हम दुश्मन को इस बार ठीक से ठिकाने लगाना चाहते थे, जो बात प्रधानमंत्री ने कह दी है।' पूर्व सीएम का कहना है, 'डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने हमसे कहा था कि अगर हेलिकॉप्टर अमरनाथ के पास उतार लें तो बाबा के दर्शन भी हो जाएंगे। हम गुफा में गए तो वहां के कुछ सैनिक टाइगर हिल जीतकर आए थे। हम उनके पास बैठ गए।' 'सैनिक ने सामान नहीं लिया, हमने सोचा...'पूर्व सीएम धूमल मुस्कुराते हुए कहते हैं, 'मोदी जी ने वहां एक जवान की बंदूक पकड़कर देखा कि कैसे चलाते हैं। काफी देर वह उसे देखते रहे। शाम को हम श्रीनगर आए। जहां-जहां भी घायल सैनिकों को भर्ती कराया गया था, उनसे हम मिले। वहां एक बहुत ही मार्मिक घटना हुई। हम सबको सामान दे रहे थे। सभी हाथों में उसे ले रहे थे। तभी हम एक बेड के पास पहुंचे जहां सैनिक ने सामान नहीं लिया। हमें लगा कि शायद वह किसी बात को लेकर नाराज है। हम आगे बढ़ गए। तभी एक अफसर दौड़ता हुआ आए, उन्होंने हमें बताया कि विस्फोट में इस सैनिक के हाथ और पैर नहीं हैं। हम वापस उसी सैनिक के पास लौटे।' पढ़ें: जब एक बुजुर्ग बोले- मैं भी जंग में जाने को तैयार धूमल बताते हैं, 'मैं सभी जांबाजों के घर गया। मेरे चुनाव क्षेत्र में आठ-नौ लोग शहीद हो गए थे। मैं एक के घर जब पहुंचा तो उनके पिता ने दौड़ते हुए मुझे गले लगा लिया। उन्होंने कहा कि बेटे तो इसीलिए पैदा किए जाते हैं कि बड़े होकर देश की रक्षा करें। फिर उन्होंने दो पोते बुलाए और कहा कि ये भी फौज में जाएंगे। यही नहीं, उन्होंने मुझसे कहा कि धूमल जी जब आप दिल्ली जाओ तो अटल जी से कहना है कि 82 साल का यह हवलदार खजान सिंह वहां जाकर लड़ने के लिए तैयार है।'


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कारगिल में मोदी ने उठा ली थी जवान की बंदूक कारगिल में मोदी ने उठा ली थी जवान की बंदूक Reviewed by Fast True News on July 26, 2020 Rating: 5

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