ads

काशी: 700 Cr. का मोदी 'ड्रीम' ले रहा आकार

विकास पाठक, वाराणसी वाराणसी में करीब 700 करोड़ की लागत वाला विश्‍वनाथ धाम (कॉरिडोर) आकार लेने लगा है। कोरोना संकट के बादल से लॉकडाउन के दो चरणों में ठप निर्माण कार्य ने तीसरे चरण में गति पकड़ी है। विश्‍वनाथ मंदिर के ठीक सामने स्‍टेडियम जैसे दिखने वाले भव्‍य मंदिर चौक के साथ ही गंगा किनारे ललिता घाट का जीर्णोद्धार और जेटी का निर्माण, जलपान केंद्र, स्पिरिचुअल बुक स्‍टोर, यात्री सुरक्षा केंद्र बनाने का काम इन दिनों तेजी पर है। सोशल डिस्‍टेंसिंग के बीच 155 मजदूर और पांच इंजीनियर काम में लगाए गए हैं। साथ ही पीडब्‍लयूडी और क्‍वालिटी कंट्रोल के आठ अधिकारी भी नियमित कार्य कर रहे हैं। लॉकडाउन खत्‍म होते ही मजदूरों की संख्‍या बढ़ाकर चार सौ तक किए जाने की तैयारी है। वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्‍वाकांक्षी परियोजनाओं में शामिल विश्‍वनाथ धाम अपने ढंग का सबसे अलग और अनूठा होगा। इसका शिलान्‍यास बीते साल 8 मार्च को पीएम मोदी ने किया था। श्रीकाशी विश्‍वनाथ मंदिर से गंगधार (गंगा तट) के करीब 50 हजार वर्गमीटर एरिया में बन रहा धाम पूरी तरह तैयार होने पर वास्‍तविक रूप से धर्म नगरी और आनंद कानन में आने का आभास कराएगा। इसे चुनार के गुलाबी पत्‍थर और मकराना के दूधिया सफेद मार्बल से सजाने का प्‍लान है। मंदिर चौक होगा बेहद खास विश्‍वनाथ धाम का निर्माण करा रही गुजरात की कंपनी पीएसपी के प्रॉजेक्‍ट मैनेजर शशिकांत ने बताया विश्‍वनाथ मंदिर के ठीक सामने निर्माणाधीन मंदिर चौक खास होगा। 100 मीटर गुणे 60 मीटर का मंदिर चौक स्‍टेडियम की तरह दिखेगा। यहां बने स्‍टेप पर एक समय हजारों लोग बैठ कर सीधे बाबा का दर्शन करने के साथ आरती देख सकेंगे। गंगा घाट से मंदिर को जोड़ने के लिए ललिता घाट का करीब सात मीटर तक विस्‍तार और जीर्णोद्धार का काम भी शुरू हो गया है। यहां जेटी भी बनाई जा रही है ताकि नावों से आने वाले लोग आसानी से कॉरिडोर में आ सकें। बगल के मणिकर्णिका घाट से भी मंदिर तक 40 फुट चौड़ा कॉरिडोर बनाने के लिए पाइलिंग शुरू हो गई है। इसी तरह छह अलग-अलग भवनों के काम में तेजी आई है। मणिमाला दिखेगी विश्‍वनाथ धाम की मणिमाला में वे प्राचीन मंदिर शामिल होंगे जो कॉरिडोर एरिया के मकानों में कैद रहे। ऐसे 42 भवन पहले ही सामने आ चुके हैं। हाल ही में विश्‍वनाथ मंदिर के ठीक सामने एक भवन के ध्‍वस्‍तीकरण के दौरान अति प्राचीन कैलाश मंदिर दिखने लगा है। यह मंदिर मकान के अंदर था और इसके शिखर तक में लिंटर डालकर इसे छिपा दिया गया था। इस मंदिर की प्राचीनता और शैली आदि की जांच के लिए टीम गठित की जाएगी। बढ़ सकती है समय सीमा विश्‍वनाथ धाम का निर्माण इसी साल जनवरी में मकर संक्राति के दिन शुरू हुआ था। मुश्किल से दो महीने काम चलने के बाद लॉकडाउन के चलते बंद हो गया। ऐसे में जून 2021 तक निर्माण पूरा होने की तय समय सीमा को बढ़ाने पर चर्चा शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक नवम्‍बर 2021 तक समय सीमा बढ़ सकती है। उधर, श्रीकाशी विश्‍वनाथ विशिष्‍ट क्षेत्र विकास परिषद ने निर्माण कार्यों की निगरानी के लिए उच्‍चस्‍तरीय कमेटी बनाने का प्रस्‍ताव शासन को भेजा है। कमेटी के पास निर्माण कार्यों के संबंध में सभी निर्णय लेने के अधिकार होंगे। ऐसे हो रहा काम विश्‍वनाथ मंदिर के सीईओ विशाल सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के पहले करीब साढ़े तीन सौ मजूदर काम कर रहे थे। लॉकडाउन में यहां रह गए 155 मजदूरों से ही भारत सरकार की गाइड लाइन का पालन करते हुए काम शुरू कराया गया है। मजूदरों को कार्यस्‍थल पर पहुंचने से पहले फेस मास्‍क ग्‍लब्‍स पहने को दिया जाता है। गेट पर ही थर्मल स्‍कैनिंग होती है। इसके बाद फुल बॉडी सेनेटाइजिंग के बाद ही सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन कराते हुए उन्‍हें कार्य पर लगाया जाता है। हर दो घंटे पर उनको हैंडवॉश के लिए भेजा जाता है।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi https://ift.tt/3cv96yN
काशी: 700 Cr. का मोदी 'ड्रीम' ले रहा आकार काशी: 700 Cr. का मोदी 'ड्रीम' ले रहा आकार Reviewed by Fast True News on May 13, 2020 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.