ads

लकड़ावाला ने बचाई थी छोटा राजन की जान!

मुंबई अंडरवर्ल्ड डॉन ने मुंबई क्राइम ब्रांच से पूछताछ में दाऊद इब्राहिम और को लेकर कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। उसने बताया कि 27-28 साल पहले दाऊद इब्राहिम ने छोटा राजन का जब पोटला (मर्डर) करने का फैसला किया था, तब उसने ही राजन को इसकी टिप देकर जान बचाई थी। बता दें कि मुंबई क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को पटना से एजाज को गिरफ्तार किया है। खबरियों से जानकारी के बाद राजन को किया सतर्क सीनियर इंस्पेक्टर अजय सावंत और सचिन कदम की जांच में यह बात सामने आई कि 1993 के मुंबई बम धमाके से कुछ समय पहले दाऊद इब्राहिम ने छोटा राजन का दुबई में पासपोर्ट जब्त कर लिया था। राजन इससे परेशान हो गया था। उसे कुछ अनहोनी की जब आशंका हुई तो एजाज लकड़ावाला उस दौरान छोटा राजन के साथ खड़ा हुआ। उसने डी गैंग में अपने खबरियों के जरिए जानकारी निकाली। इसमें पता चला कि दाऊद ने छोटा राजन की हत्या की सुपारी अपने कुछ लोगों को दी है। इसके बाद लकड़ावाला और राजन ने दुबई छोड़ा और मलयेशिया में दोनों शिफ्ट हो गए। 1997 में नासिक से कोर्ट लाते वक्त हुआ फरार कुछ समय बाद जब मार्च, 1993 में मुंबई में बम धमाके हो गए, तो छोटा राजन ने खुद को हिंदू डॉन बताते हुए अधिकृत रूप से डी कंपनी से खुद को अलग कर लिया और उन धमाकों में जिम्मेदार कई आरोपियों के जमानत पर छूटने के बाद उनकी हत्या की सुपारी दी। क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि ऐसे आरोपियों की लोकेशन निकालने का जिम्मा कई अन्य लोगों के साथ एजाज लकड़ावाला को भी सौंपा गया था। लकड़ावाला इस वास्ते खासतौर पर मुंबई आया था। बाद में वह एक बार गिरफ्तार हुआ। उसे नासिक जेल में शिफ्ट किया गया। नासिक की जेल से जब उसे साल 1997 में एक दिन मुंबई की कोर्ट लाया जा रहा था, तो वह पुलिस वालों को चकमा देकर फरार हो गया। उसके बाद वह सीमा पार कर वाया वाया वापस बैंकॉक चला गया। पढ़ें: रा जन पर हमले के बाद हमला दाऊद और छोटा शकील ने इसके बाद उसे कई जगह ट्रैप में लेने की कोशिश की लेकिन वह डी गैंग के लोगों को नहीं मिला। सितंबर, 2000 में जब छोटा शकील ने शूटर मुन्ना झिंगाडा को छोटा राजन को मारने के लिए बैंकॉक भेजा तो एजाज लकड़ावाला भी बैंकॉक में था, लेकिन उस घर में नहीं था जिसमें राजन रोहित वर्मा के साथ रह रहा था। मुन्ना झिंगाडा की चलाई गोलियों से रोहित वर्मा मारा गया था, जबकि राजन बुरी तरह घायल हो गया। एसीपी नेताजी भोपले, इंस्पेक्टर अमित पवार, विश्वास पाटील, राजू सुर्वे और बंजारी की जांच में पता चला कि छोटा राजन को बाद में संतोष शेट्टी व भरत नेपाली ने बैंकाक के अस्पताल से भगा लिया, लेकिन एजाज लकड़ावाला बैंकॉक में छिपा रहा। छोटा शकील ने उसका करीब दो साल तक लोकेशन निकाला। साल, 2002 में जब लकड़ावाला का बैंकॉक का पक्का ठिकाना मिल गया, तो बकौल सीनियर इंस्पेक्टर दिनेश कदम और सुखलाल वर्पे-- छोटा शकील ने गुरप्रीत सिंह भुल्लर और गुरप्रीत सिंह फुलेरा को बैंकॉक भेजा। दोनों ने उस पर करीब एक दर्जन गोलियां चलाईं। उसे छह गोलियां लगीं भी। खबर आई कि वह मर गया है । हकीकत में वह जिंदा बच गया था। उसका कई महीने इलाज चला। बाद में जैसा सीनियर इंस्पेक्टर संजीव धुमाल ने एनबीटी को बताया कि एजाज लकड़ावाला वहां से कनाडा शिफ्ट हो गया। वहां उसने एक होटल खोला। होटल का जिम्मा फिर कुछ और लोगों को सौंपकर वह कभी लंदन, कभी दक्षिण अफ्रीका, कंबोडिया, घाना और नेपाल में आता- जाता रहा। मुंबई में भी हुआ था घायल पूर्व एनकाउंट स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने एनबीटी से कहा कि एजाज लकड़ावाला सिर्फ बैंकॉक में नहीं, एक बार मुंबई में भी घायल हुआ था। शर्मा के अनुसार, कई साल पहले मुंबई में फरीद लादी पर गोलियां चली थीं। उस दौरान एक गोली लकड़ावाला को भी लगी थी। शर्मा कहते हैं कि कभी मुंबई में तीन रिजवी भाई हुआ करते थे--फिरोज, फरीद और रज्जी। इनमें से रज्जी का मर्डर अरुण गवली के साथी तान्या कोली ने किया था। फरीद को एजाज लकडावाला ने मारा था, जबकि फिरोज जिंदा है। मुंबई क्राइम ब्रांच चीफ संतोष रस्तोगी और डीसीपी शहाजी उपम ने अब तक जो जानकारी निकाली है, उसके मुताबिक, एजाज लकड़ावाला पर मुंबई में दो दर्जन से ज्यादा केस हैं। उसकी आखिरी कॉल मुंबई में आठ जनवरी को उगाही के लिए आई थी। जब इस कॉल की जानकारी निकाली गई, तो पता चला कि वह पटना में है। इसके बाद मुंबई सीपी संजय बर्वे ने एक टीम पटना भेजी। एजाज लकड़ावाला इसी के बाद वहां से पकड़ा गया। एक साल से चल रहा था कामदरअसल, पिछले साल फरवरी में एजाज के बाई अकील की गिरफ्तारी के बाद एजाज पर गंभीरता से काम किया जा रहा था। अकील ने बताया था कि लकड़ावाला की पत्नी उमा थडानी उर्फ रेखा आडवाणी नेपाल में रहती है। उससे मिलने किसी अन्य देश से लकड़ावाला भी वहां आता है और मुंबई से उसकी बेटी सोनिया भी वहां जाती है। अकील ने ही क्राइम ब्रांच को यह भी बताया कि सोनिया ने शिफा शाहिद शेख के नाम से दो साल पहले फर्जी पासपोर्ट बनवाया है। इसके बाद बेटी का पासपोर्ट नंबर लुकआउट नोटिस पर देश के सभी एयरपोर्ट्स पर डाल दिया गया। इसी में सोनिया 27 दिसंबर को पकड़ी गई। बेटी की गिरफ्तारी की खबर के बाद एजाज फिर नेपाल से भाग लिया, लेकिन फिर पटना में घेर लिया गया।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi https://ift.tt/303rB8c
लकड़ावाला ने बचाई थी छोटा राजन की जान! लकड़ावाला ने बचाई थी छोटा राजन की जान! Reviewed by Fast True News on January 09, 2020 Rating: 5

No comments:

ads
Powered by Blogger.