मुंबई की दर्दनाक कहानियां: SUV में हुई मौत
मुंबई मुंबई में बारिश जानलेवा साबित होने लगी है। अब तक 36 जानें जा चुकी हैं। मलाड सब-वे में तो गाड़ी पानी में समा गई और 2 लोगों की उसके अंदर दम घुटने से मौत हो गई। मुंबई में बारिश की कई दर्दनाक कहानियां सामने आ रही हैं। यह भी पढ़ें: पानी में डूबी रही SUV, दम घुटकर मौत मलाड सबवे में कई फीट तक पानी भर जाने से एक एसयूवी के अंदर फंसे दो लोगों की दम घुटने से जान चली गई। दोनों मंगलवार से ही गाड़ी में फंसे थे। जब बुधवार सुबह 4:30 बजे फायर ब्रिगेड ने कांच तोड़ा तो इरफान खान और गुलशाद शेख मृत मिले। पुलिस ने बताया कि सबवे में जाते वक्त उन्हें पानी की गहराई की अंदाजा नहीं लगा। अंदर जाने पर उनकी गाड़ी खराब हो गई और वे सबवे से बाहर नहीं निकल सके। यह भी पढ़ें: ऑटो लॉक के कारण गाड़ी बंद हो गई। उनके परिवारों ने आरोप लगाया है कि शेख और खान को बचाने में पुलिस और फायर ब्रिगेड के बीच बहस के कारण देरी हुई। इरफान ड्राइविंग का काम करते थे और वह गाड़ी उनके मालिक की थी। उनके परिवार में पत्नी और पांच बच्चे हैं। सड़कें लबालब भरीं, आंखों में भी पानी सोलापुर की रहने वाली दिहाड़ी मजदूर नगूबाई जाधव अपने बेटी के साथ मुंबई आई थीं। किडनी और आंखों की समस्या से जूझ रहीं नगूबाई को मोतियाबिंद का इलाज कराना था। सोलापुर में मॉनसून अभी पहुंचा नहीं है। ऐसे में पहले उन्हें मुंबई का मौसम देख खुशी हुई लेकिन जब वह कुर्ला के नेहरू नगर में फंस गईं तो वह वापस जाने की कोशिश करने लगीं। नगूबाई को सांताक्रूज में अपने रिश्तेदार के घर से कलीना स्थित अस्पताल जाना था। वह 7 बजे के अपॉइंटमेंट के लिए सुबह 6 बजे निकलीं। किसी तरह अस्पताल पहुंचीं तो पता चला कि अस्पताल बंद है। उनकी बेटी अपनी 6 साल की बच्ची से शाम तक लौटने का वादा करके आई थीं। अस्पताल बंद देखकर मां-बेटी नेहरू नगर में एसटी बस डिपो के लिए निकलीं लेकिन रिक्शा उन्हें सिर्फ कुर्ला वेस्ट में छोड़ सका क्योंकि आगे पानी भरा था। यह भी पढ़ें: किसी तरह वे पानी में बिजली के तारों, जानवरों और गड्ढों से बचते हुए नेहरू नगर में बस अड्डे पर पहुंचीं। वहां एक रिपोर्टर ने उन्हें देखा तो चिंता से नगूबाई की आंखें भर आई थीं। दोनों ने सुबह से कुछ नहीं खाया था और उनके पास सिर्फ बस के टिकट के पैसे थे। रिपोर्टर ने उन्हें खाना खिलाया और बस डिपो में छोड़ा। हालांकि, बाद में पता चला कि सारी बसें कैंसल थीं। 'खबरें कवर करते हैं, इस बार, मेरी बारी' तन्मय नंदा वीरा देसाई रोड स्थित अपने घर से अपनी बेटी के लिए दूध लाने निकले। रास्ते में उनका पैर खुले हुए मेनहोल में पड़ गया। उनकी ही तरह पत्रकार आशीष घोरपड़े ऑफिस जाते वक्त अंधेरी के मेनहोल में फिसल गए। हालांकि, दोनों लोगों ने तत्परता दिखाते हुए मेनहोल के किनारे को पकड़कर रखा और उसके सहारे बाहर निकल आए। नंदा ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि मेनहोल का फाइबर का ढक्कन टूटा है। ऐसे चार मेनहोल खुले थे और बाद में सभी को बंद कर दिया गया। आशीष ने बताया, 'ऑफिस के पास ही मैं अंदर गिर गया। पानी मेरी नाक तक था लेकिन मैं बाहर निकल आया। हम मेनहोल में गिरकर मारे गए लोगों की खबरें कवर करते हैं। इस बार, मेरी बारी थी।' यह भी पढ़ें: शादी की सालगिरह पर मिली मौत गोपाल जीवित होता तो परिजनों के साथ सोमवार को शादी की तीसरी सालगिरह मना रहा होता, लेकिन नियति को यह मंजूर नहीं था। परिजनों का कहना है कि उसकी मौत देना बैंक की लापरवाही से हुई है। गोपाल विलेपार्ले में एक पेट्रोल पंप पर कई साल से काम कर रहा था। सोमवार शाम काम खत्म कर वह पोयसर के लिए निकला। रास्ते में शारदा भवन के पास देना बैंक के गेट सटकर बिजली का नंगा तार लटक रहा था, जिसकी जद में आकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने जेब से आईडी कार्ड से गोपाल की शिनाख्त की। यह भी पढ़ें: परिजनों के अनुसार 23 वर्षीय गोपाल के घर में उसकी शादी की सालगिरह की तैयारी चल रही थी। सारे इंतजाम हो चुके थे। वह वादे के मुताबिक पत्नी के लिए पसंद की साड़ी लेकर आ रहा था। बेटे की पसंद का केक आ गया था लेकिन, उसके घर पहुंचने से पहले मौत की खबर आ गई। खबर मिलते ही पोयसर की विमलादेवी चॉल में मातम छा गया। गोपाल की मौत की खबर सुनकर पत्नी बेहोश हो गई और बेटा अब भी पिता के घर आने के इंतजार में है। धंस गई सड़क, निकाले गए 200 परिवार अंधेरी ईस्ट के संघर्ष नगर में चार इमारतों से करीब 200 परिवारों को सोमवार रात बचाकर निकाला गया। एक निर्माणाधीन स्थल पर सड़क ढहने के बाद यह किया गया। इन इमारतों में रहनेवाले लोगों का कहना है कि शापूरजी पल्लोंजी बिल्डर के निर्माणकार्य की वजह से उनकी इमारतों की नींव कमजोर हो सकती हैं। यह भी पढ़ें: आरोप है कि प्रॉजेक्ट शुरू होने से तूफान के पानी के लिए बनी नालियां ब्लॉक हो गई हैं। इस कारण सोमवार रात को पानी बाहर नहीं निकला और 25 मीटर चौड़ा और 25 मीटर गहरा गड्ढा हो गया। घटना में किसी को चोट नहीं आई है।
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मुंबई की दर्दनाक कहानियां: SUV में हुई मौत
Reviewed by Fast True News
on
July 03, 2019
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