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नवंबर में और दमघोंटू हो सकती है दिल्‍ली की हवा, इस सीजन में पराली जलाने का रेकॉर्ड टूटा

त्‍योहारों का मौसम आ गया है और साथ वायु प्रदूषण का खतरा भी। खासतौर से दिल्‍ली-एनसीआर के लिए ज्‍यादा चिंता की बात है क्‍योंकि यहां हर साल सर्दियों में हवा दमघोंटू हो जाती है। नवंबर में हवा की क्‍वालिटी बेहद खराब होने का रिस्‍क है। 2019 और 2018 में भी नवंबर का महीना दिल्‍ली-एनसीआर वालों के लिए मुसीबत लेकर आया था। इस साल अक्‍टूबर में जितनी पराली जलाई गई, उतनी पिछले कुछ सालों में नहीं जली थी। एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, इसका असर जल्‍द ही देखने को मिलेगा। बुधवार को पराली जलाने ने इस सीजन के पिछले सभी रेकॉर्ड तोड़ दिए। दिल्‍ली-एनसीआर की हवा में PM2.5 और PM10 कणों की मात्रा बढ़ गई है।

Delhi NCR air pollution forecast: मौसम, ट्रैफिक और पंजाब-हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में बढ़त से दिल्‍ली की हवा सुधरने की उम्‍मीदें खत्‍म हो सकती हैं। नवंबर में दिल्‍ली को दमघोंटू हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ सकता है।


नवंबर में और दमघोंटू हो सकती है दिल्‍ली की हवा, इस सीजन में पराली जलाने का रेकॉर्ड टूटा

त्‍योहारों का मौसम आ गया है और साथ वायु प्रदूषण का खतरा भी। खासतौर से दिल्‍ली-एनसीआर के लिए ज्‍यादा चिंता की बात है क्‍योंकि यहां हर साल सर्दियों में हवा दमघोंटू हो जाती है। नवंबर में हवा की क्‍वालिटी बेहद खराब होने का रिस्‍क है। 2019 और 2018 में भी नवंबर का महीना दिल्‍ली-एनसीआर वालों के लिए मुसीबत लेकर आया था। इस साल अक्‍टूबर में जितनी पराली जलाई गई, उतनी पिछले कुछ सालों में नहीं जली थी। एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, इसका असर जल्‍द ही देखने को मिलेगा। बुधवार को पराली जलाने ने इस सीजन के पिछले सभी रेकॉर्ड तोड़ दिए। दिल्‍ली-एनसीआर की हवा में PM2.5 और PM10 कणों की मात्रा बढ़ गई है।



पंजाब-हरियाणा में खूब जलाई जा रही पराली
पंजाब-हरियाणा में खूब जलाई जा रही पराली

पंजाब और हरियाणा में चावल की फसल जल्‍दी काटी जा रही है। मंडियों का डेटा दिखाता है कि 55% फसल 20 अक्‍टूबर तक मंडियों में पहुंच चुकी थी। इसका मतलब ये है कि इस बार पराली जल्‍दी जलाई जा रही है। आमतौर पर अक्‍टूबर की शुरुआत से पराली जलने लगती है और नवंबर के तीसरे हफ्ते तक यह सिलसिला चलता है। नासा के VIIRS सैटेलाइट ने अक्‍टूबर के पहले तीन हफ्तों में पंजाब-हर‍ियाणा के भीतर पराली जलाने की 10,987 घटनाएं दर्ज की हैं। यह पिछले दो साल में इसी दौरान दर्ज डेटा का लगभग दोगुना है।



पिछले साल नवंबर में टूटा था रेकॉर्ड, इस साल भी वही ट्रेंड
पिछले साल नवंबर में टूटा था रेकॉर्ड, इस साल भी वही ट्रेंड

केंद्र और राज्‍य सरकारों की कोशिशों के बावजूद, पराली जलाने में खास कमी नहीं आई है। पिछले साल 5 नवंबर को पराली जलाने की सबसे ज्‍यादा घटनाएं दर्ज की गई थीं। वहीं इस साल 17 अक्‍टूबर को यह आंकडा अब तक का सर्वाधिक रहा। बुधवार को इस सीजन का रेकॉर्ड भी टूट गया जब एक दिन में 1,428 घटनाएं दर्ज हुईं।



दिल्‍ली के PM2.5 में पराली का कितना रोल?
दिल्‍ली के PM2.5 में पराली का कितना रोल?

गुरुवार को दिल्‍ली की एयर क्‍वालिटी खराब होने में 9% योगदान पराली जलने का था। इस महीने का ट्रेंड देखें तो 16-17 अक्‍टूबर को यह सर्वाधिक था, उसके बाद इसमें थोड़ी कमी आई मगर बुधवार को यह फिर ऊपर चढ़ गया। हालांकि हवा की दिशा के चलते PM2.5 की मात्रा पर इसका असर देखने को नहीं मिला।



PM2.5: पिछले तीन दिन में जिग-जैग पैटर्न
PM2.5: पिछले तीन दिन में जिग-जैग पैटर्न

दिल्‍ली में PM2.5 काउंट का डेटा देखें तो बता चलता है कि दोपहर के वक्‍त इन कणों की मात्रा ज्‍यादा होती है। इसमें विंड डायरेक्शन यानी हवा की दिशा का अहम रोल है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के साइंटिस्‍ट कुलदीप श्रीवास्‍तव के अनुसार, बुधवार रात को हवा एकदम न के बराबर चल रही थी। SAFAR ने कहा है कि हवा की कम रफ्तार और मौसम की वजह से शुक्रवार और शनिवार को हवा की क्‍वालिटी 'बेहद खराब' हो सकती है।



दिवाली पर हवा में घुल जाएगा और जहर?
दिवाली पर हवा में घुल जाएगा और जहर?

इस बार दिवाली 14 नवंबर को पड़ रही है। कुछ एक्‍सपर्ट्स मानते हैं कि उस वक्‍त एनसीआर की हवा बेहद जहरीली होगी। एक सरकारी प्रदूषण निगरानी संस्‍था के वैज्ञानिक ने हमारे सहयोगी 'टाइम्‍स आफ इंडिया' से कहा, "एनसीआर की एयर क्‍वालिटी के लिए इस साल दिवाली खतरनाक समय पर पड़ रही है। 10 से 20 नवंबर के बीच आमतौर पर प्रदूषण में इजाफा देखने को मिलता है और तापमान गिर जाता है। नवंबर के बीच में दिवाली का पड़ना प्रदूषण को और बढ़ाएगा।" उन्‍होंने याद दिलाया कि त्‍योहारों पर गाड़‍ियों की आवाजाही भी बढ़ जाती है। पिछले दो साल का डेटा भी इस खतरे को और बल देता है। पिछले साल दिवाली 27 अक्‍टूबर को पड़ी थी और उसके बाद 5 नंवबर तक दिल्‍ली वालों को बेहद खराब हवा में सांस लेना पड़ा था। 2018 में 7 नवंबर को दिवाली थी और 9-13 नवंबर के बीच हवा 'बेहद खराब' कैटेगरी में थी।





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नवंबर में और दमघोंटू हो सकती है दिल्‍ली की हवा, इस सीजन में पराली जलाने का रेकॉर्ड टूटा नवंबर में और दमघोंटू हो सकती है दिल्‍ली की हवा, इस सीजन में पराली जलाने का रेकॉर्ड टूटा Reviewed by Fast True News on October 22, 2020 Rating: 5

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